फैशन डिजाइनिंग एक आकर्षक करियर (Career in Fashion Designing in Hindi Unveiling the Pathway to Creativity and Success) रचनात्मकता और सफलता का मार्ग

Fashion Designing in Hindi. क्यों है फैशन डिजाइनिंग का करियर इतना आकर्षक जानिए इस ब्लॉग में सब कुछ।

Table of Contents

फैशन डिजाइनिंग क्षेत्र का परिचय (Introduction of Fashion Designing in Hindi)

फैशन डिजाइनिंग क्या है ? (What is Fashion Designing in Hindi?)

fashion designing hindiफैशन डिजाइनिंग व्यक्तिक (personalised) परिधान, कपड़े और जीवन शैली (Lifestyle Accessories)  के सामान बनाने की कला है। यह कला अब एक आकर्षक करियर के विकल्प में बदल गई है।

फैशन डिजाइनिंग वर्त्तमान और भविष्य का एक उज्ज्वल करियर है जिसके लिए रचनात्मक सोच की आवश्यकता होती है। यदि आप विभिन्न रंगों, आकारों, डिज़ाइनों, कट्स और सामग्रियों को साथ मिला कर एक आकर्षक परिपूर्ण वास्तु में बदल सकते है  तो आप सही ब्लॉग पर आ गए हैं जो आपको “फैशन डिजाइनिंग में करियर” के बारे में पूरी जानकारी देगा जो की आपको या आपके अपनों को जो की विभिन्न करियर में आपने मार्ग को तलाश रहे है के लिए उपयुक्त साबित होगा। 

फैशन डिजाइनिंग में अनुसंधान (Research), स्केचिंग, कपड़े का चयन, पैटर्नमेकिंग, परिधान संयोजन (Garment Assembly) और प्रस्तुति (Presentation)  सहित विभिन्न चरण शामिल हैं। फैशन डिजाइनर उनके डिजाइन तैयार उत्पादों (Finished प्रोडक्ट) में परिवर्तित हो जाएं यह सुनिश्चित करने के लिए निर्माताओं, पैटर्न निर्माताओं और दर्जियों के साथ मिलकर काम करते हैं।

बढ़ते फैशन उद्योग का क्या परिक्षण है ? (What is the Review of the Growing Fashion Industry in Hindi?)

हाल के दिनों में भारत में खबर है कि अमेज़न देश में अपना पहला फैशन रिटेल स्टोर खोल रहा है। बीबा (BIBA)  भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ (IPO) लाने की तैयारी में है। इससे पहले आदित्य बिड़ला फैशन और अरविंद समेत कई भारतीय फैशन कम्पनिओने ने हाल ही में विदेशी निवेशकों से 2,000 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग जुटाई है.

ये सभी खबरें भारतीय फैशन बाजार से जुड़ी हैं। इस बाज़ार में प्रवाहित होने वाला धन अंततः आगामी हाल के वर्षों में इस उद्योग को बढ़ा देगा।

दिलचस्प बात यह है कि फैशन उद्योग 2026 तक 100 बिलियन डॉलर से अधिक का उद्योग बनने के लिए आश्वस्त है, जिससे भारतीय फैशन बाजार नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा। पुरुषों और महिलाओं के फैशन परिधान से लेकर बच्चों की पोशाक तक, वृद्धि सनसनीखेज है।

इसके बाद, दुनिया का सबसे तेजी से विकसित होने वाला फैशन बाजार संभवतः वैश्विक स्तर पर शीर्ष परिधान खुदरा विक्रेता बाजारों में से एक बन जाएगा।

अगले 4 वर्षों में भारतीय परिधान और फैशन बाजार कितना बढ़ सकता है इसका अंदाजा आपको निचे दिए गए चार्ट में मिल सकता है।

Fashion-Industry-growth

फैशन डिजाइनिंग में करियर का आकर्षण क्यों है? (Why is there a high attraction of Fashion Designing Career in Hindi?)

fashion designing (1)फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए युवाओ में उच्च आकर्षण के कई कारण। हमने आपके लिए कुछ मुख्य कारन नीचे दिए है जो इस करियर को लोगों के बीच प्रसिद्ध और आकर्षक बनाते हैं। 

  • रचनात्मकता (Creativity) : फैशन डिजाइनिंग एक रचनात्मक क्षेत्र है जहां आप अपनी सृजनात्मक और रचनात्मक विचारधारा को प्रकट कर सकते हैं। आप नए और अभूतपूर्व डिज़ाइन तथा स्टाइल बना सकते हैं, जिससे आपको खुद को समृद्ध करने एवम अपना नाम इस क्षेत्र में स्तापित करने का अवसर मिलता है।
  • व्यक्तिगत संबंध (Personal Relations): फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में आप अपने ग्राहकों को आपका काम पसंद आ जाये तो वो आपके साथ एक संबंध बना सकते हैं। जिससे की आप उनके व्यक्तिगत पसंदों को समझकर उन्हें उनके अनुकूल डिज़ाइन प्रदान कर सकते हैं, जिससे उन्हें खुशी मिलती है और आपकी पेशेवरता (Professionalism) में वृद्धि होती है। उदहारण के तोर पर मनीष मल्होत्रा जो एक सफल और प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर है वे जानते की उनके किस ग्राहक की पसंद कैसे है।  वे उसके अनुरूप ग्राहकों के लिए परिधान डिज़ाइन करते है।  
  • समृद्धि के अवसर (opportunities for prosperity): फैशन इंडस्ट्री विश्व भर में एक बढ़ा और विशाल उद्योग है। इसलिए, फैशन डिजाइनर्स को नौकरी या अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए बहुत सारे अवसर होते हैं। आप इस क्षेत्र में विभिन्न रोल में काम कर सकते हैं जैसे कि फैशन डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर, स्टाइलिस्ट, वर्कशॉप मैनेजर, इत्यादि।इन क्षेत्रो में काम करके अआप्को सफलता के अनेक अवसर मिल सकते है।  
  • ट्रेंडी और नवीनतम रहना ( Follow The Trends) : फैशन इंडस्ट्री नए ट्रेंड्स और इनोवेशन का दूसरा नाम है। इसलिए, फैशन डिजाइनर्स नए और नवीनतम डिज़ाइन को तलाशते रहते हैं जो लोगों को आकर्षित करते हैं। यह करियर आपको दुनिया भर में होने वाली ताज़ा ट्रेंड्स और स्टाइल्स के साथ जुड़े रहने का अवसर प्रदान करता है। अगर आप नए ट्रेंड्स को प्राप्त करने में सफल हो गए तो आपको फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में प्रसिद्ध होने से कोई नहीं रोक सकता है।  
  • समाज को प्रभावित करना (Impact On Society) : फैशन डिजाइनिंग के माध्यम से, आप समाज को प्रभावित कर सकते हैं। आप स्वच्छता, वस्त्रों का सुरक्षित उपयोग, और संरक्षण के मुद्दों पर ध्यान देकर विशेष डिज़ाइन्स तैयार कर सकते हैं, जो लोगों को जागरूक करते हैं और समाज में बदलाव ला सकते हैं।

इन कारणों से फैशन डिजाइनिंग करियर एक रोमांचक और समृद्धिशाली विकल्प है, जो युवाओं को इस क्षेत्र में आपने करियर बनाने की लिए आकर्षित करता है। 

फैशन डिजाइनिंग की दुनिया (The World of Fashion Designing in Hindi)

फैशन डिज़ाइनर की भूमिका क्या होती है? (What is the role of a Fashion Designer in Hindi?)

फैशन उद्योग में एक फैशन डिजाइनर की भूमिका विविध और महत्वपूर्ण होती है। फैशन डिजाइनर कपड़े, सहायक उपकरण और अन्य फैशन उत्पादों के लिए नए और अभूतपूर्व डिजाइन बनाने के लिए जिम्मेदार होते है। उनके काम में रचनात्मकता, तकनीकी कौशल और वर्तमान फैशन रुझानों की समझ का शामिल है।एक सफल फैशन डिज़ाइनर को उपभोगता की प्राथमिकता का भी अंदाज़ा होता है। हमने यहाँ आपके लिए फैशन डिजाइनर की भूमिका के कुछ प्रमुख पहलू बताये हैं:fashion designer 1

  • डिजाइनों की कल्पना करना : फैशन डिजाइनर प्रेरणा, शोध और अपनी कलात्मक दृष्टि के आधार पर डिजाइनों की कल्पना करके उस डिसीजन को बनाने की शुरुआत करते हैं। वे अपने विचारों की कल्पना करने के लिए Computer Aided Design (CAD or Autocad) सॉफ़्टवेयर का उपयोग कर के स्केच बनाते हैं, चित्र बनाते हैं और अपने डिज़ाइन को हकीकत में बदलते है।
  • पैटर्न बनाना (Pattern making) : फैशन डिजाइनर ऐसे पैटर्न बनाते हैं जो कपड़ों को काटने और जोड़ने के लिए टेम्पलेट के रूप में काम करते हैं। वे अपने डिज़ाइन के प्रोटोटाइप विकसित करके मानिफक्चरर को सोपते है जिसे मनिफेक्चरर बड़ी तादाद में कपडे बनाते है।  
  • रंग और फैब्रिक का चयन: फैशन डिज़ाइनर अलग-अलग फैब्रिक्स और समानों का चयन करते हैं, जिससे उनके डिज़ाइन्स की खूबसूरती बढ़ती है और वे आकर्षक बनते है। वे रंग और संरचना को भी ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन्स बनाते हैं ताकि डिज़ाइन लोगो को पसंद आए।फैशन डिजाइनर कपड़ा निर्माताओं के साथ काम करके उपयुक्त कपड़ों का चयन करते हैं जो उनकी डिजाइन अवधारणाओं से मेल खाते हैं।
  • नए फैशन ट्रेंड्स का अनुसरण: फैशन डिज़ाइनर नए फैशन ट्रेंड्स का समय-समय पर अनुसरण करते रहते हैं। उन्हें दुनिया भर में विभिन्न फैशन शो और इवेंट्स में शामिल होकर नए और आकर्षक फैशन ट्रेंड्स के साथ जुड़े रहना पड़ता है।
  • ग्राहकों के साथ समन्वय: फैशन डिज़ाइनर ग्राहकों के साथ एक निकट संबंध बनाते हैं और उनकी आवश्यकताओं और पसंदों को समझते हैं। उन्हें ग्राहकों के साथ बातचीत करके उनके लिए विशेष और अनुकूल डिज़ाइन तैयार करन होता है।  
  • डिज़ाइन का प्रोटोटाइप तैयार करना: फैशन डिज़ाइनर अपने डिज़ाइन के प्रोटोटाइप्स तैयार करते हैं ताकि उन्हें उनके डिज़ाइन का आकार और ढांचा समझने में मदद मिले। इस प्रोटोटाइप को वो अपने ग्राहकों को या कपडा निर्माताओं को दिखने है और पसंद आने पर डिज़ाइन फ़ाइनल करते है या ग्रहके के या निर्माताओं के अनुरूप डिज़ाइन में सुधर करते है।  
  • फैशन शो और प्रदर्शनियाँ: फैशन डिजाइनर अक्सर फैशन शो, प्रदर्शनियों और कार्यक्रमों के माध्यम से अपने संग्रह और अपने डिज़ाइन का प्रदर्शन करते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म संभावित खरीदारों, खुदरा विक्रेताओं और मीडिया को एक्सपोज़र प्रदान करते हैं। फैशन डिज़ाइनर यहाँ अपने संभावित ग्राहकों से मिल सकते है।  
  • सहयोग (Collaboration): फैशन डिजाइनर फोटोशूट और रनवे शो के दौरान अपने डिजाइनों को जीवंत बनाने के लिए उद्योग के अन्य पेशेवरों (Professionals) , जैसे स्टाइलिस्ट, फोटोग्राफर, मॉडल और मेकअप कलाकारों के साथ collaborate करते है।
  • ब्रांडिंग और मार्केटिंग: फैशन डिजाइनर अपने संग्रह की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में भी भूमिका निभाते हैं। वे अपने डिज़ाइन को बढ़ावा देने और ब्रांड पहचान बनाने के लिए मार्केटिंग टीमों के साथ काम करते हैं।

कुल मिलाकर, जब कपड़ों और स्टाइल की बात आती है तो फैशन डिजाइनर फैशन परिदृश्य को आकार देने और लोगों की पसंद और प्राथमिकताओं को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी रचनात्मकता, दूरदर्शिता और बदलते रुझानों के अनुकूल ढलने की क्षमता फैशन उद्योग की गतिशीलता में महत्वपूर्ण योगदान देती है।

फैशन डिजाइनिंग के विविध क्षेत्र कोनसे है? (What are the Various Domains of Fashion Designing in Hindi?)

फैशन डिज़ाइनिंग में कई विभिन्न क्षेत्र (Domains) हैं, जो विशेष रूप से फैशन उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होते हैं। नीचे कुछ मुख्य क्षेत्र दिए गए हैं जिनमें फैशन डिज़ाइनिंग होती है।  

  • परिधान डिज़ाइन: यह क्षेत्र वस्त्रों के डिज़ाइन को सम्मिलित करता है, जो पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए बनाए जाते हैं। इसमें कैज़ुअल वियर, फॉर्मल वियर, शामिल होते हैं, जो आपसी योग्यता, रंग, फैब्रिक और सजावट के अंतर्गत विकसित किए जाते हैं।
  • एक्सेसरीज डिज़ाइन: एक्सेसरीज डिज़ाइनर संगठनों के लिए फैशन एक्सेसरीज जैसे हैंडबैग, जूते, बेल्ट, टोपी, स्कार्फ और गहने डिज़ाइन करते हैं। उन्हें उत्पाद के रूप में न केवल सौंदर्यिक बनाना होता है, बल्कि उपयोगिता को भी ध्यान में रखना पड़ता है।
  • टेक्सटाइल डिज़ाइन: टेक्सटाइल डिज़ाइनर वस्त्रों के लिए नए पैटर्न, प्रिंट और बुनावट के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे फैशन गारमेंट्स और एक्सेसरीज़ के लिए विशेषता पूर्वक डिज़ाइन किए जाने वाले टेक्सटाइल का उपयोग करते हैं।
  • कॉस्ट्यूम डिज़ाइन: कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर विभिन्न मनोरंजन उद्योगों में काम करते हैं, जैसे कि फिल्मों, टीवी शोज, थिएटर प्रस्तुतियाँ और नृत्य प्रदर्शनों के लिए आउटफिट डिज़ाइन करते हैं।
  • ब्राइडल वियर डिज़ाइन:Indian wedding amico ब्राइडल वियर डिज़ाइनर विशेष रूप से शादी के कपड़े और शादीयो में व्यक्तियों के लिए परिधान डिज़ाइन करते हैं। वे विवाहिता के सपनों के वेडिंग गाउन का डिज़ाइन करते हैं, जिसमें व्यक्तिगत पसंद और सांस्कृतिक परंपराएँ भी ध्यान में रखी जाती हैं।
  • ओट कूटूर डिज़ाइन (Haute couture): Haute couture का अर्थ होता है उत्कृष्ट फैशन। ओट कूटूर डिज़ाइनर अत्याधुनिक, कस्टम-मेड और अनूठे फैशन उत्पादों को डिज़ाइन करते हैं जो केवल अभिजात ग्राहकों के लिए उपलब्ध होते हैं। इन डिज़ाइन्स में श्रेष्ठ कौशल, ध्यान और शानदार क्राफ्टमैनशिप का उपयोग होता है।
  • सस्टेनेबल फैशन डिज़ाइन: सस्टेनेबल फैशन डिज़ाइनर वातावरणिक रूप से अनुकूल और सामाजिक जिम्मेदार डिज़ाइन प्रयोगों पर ध्यान देते हैं। उन्हें पर्यावरण के अनुकूल सामग्री, नैतिक उत्पादन प्रक्रिया, और दूसरे पर्यावरण संबंधी मामलों को विचार करते हुए डिज़ाइन करना होता है।
  • चिल्ड्रन्स वियर डिज़ाइन: बाल वस्त्र डिज़ाइनर नवजात शिशुओं, बच्चों और बालकों के लिए परिधान और एक्सेसरीज़ डिज़ाइन करते हैं। उन्हें आयु-योग्य, सामर्थ्य के अनुसार और वर्तमान फैशन ट्रेंड्स को ध्यान में रखकर डिज़ाइन करना पड़ता है।
  • लिंजरी और इंटिमेट अपारल डिज़ाइन: लिंजरी डिज़ाइनर अंदरवस्त्र, नींद के परिधान और इंटिमेट अपारल के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे सभी इस नाजुक और व्यक्तिगत परिधान के लिए आकर्षक और आकर्षक डिज़ाइन बनाने का काम करते हैं।
  • निटवियर डिज़ाइन (Knitwear designers): निटवियर डिज़ाइनर विभिन्न धागों का उपयोग करके वस्त्र और एक्सेसरीज़ को डिज़ाइन करते हैं। वे स्वेटर, स्कार्फ, टोपी, और अन्य निटवियर उत्पादों का डिज़ाइन करते हैं।
  • मेंसवियर डिज़ाइन: मेंसवियर डिज़ाइनर विशेष रूप से पुरुषों के लिए वस्त्र और एक्सेसरीज़ डिज़ाइन करते हैं। वे फॉर्मल सूट से लेकर कैज़ुअल वियर और एक्टिववियर तक के विभिन्न प्रकार के परिधानों का डिज़ाइन करते हैं।
  • फैशन इलस्ट्रेशन: यह खुद एक डिज़ाइन खेत्र नहीं है, लेकिन फैशन इंडस्ट्री में यह एक महत्वपूर्ण कौशल है। फैशन इलस्ट्रेटर्स वस्त्र डिज़ाइन्स के आकार को विज्ञापन करने के लिए कला के रूप में चित्रण करते हैं, जो डिज़ाइनर्स के विचारों को दृश्यांतर करते हैं।Window Shopping cuate

ये केवल कुछ उदाहरण हैं जो फैशन डिज़ाइनिंग के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों को दर्शाते हैं। फैशन डिज़ाइनर अपने खेत्र का विशेषदन्य होता है, जो फैशन डिज़ाइनरों को उनके चयनित क्षेत्र में अधिकतम सफलता प्राप्त करने का अवसर देता है।

फैशन डिजाइनिंग करियर की शुरवात कैसे करे? (How to start a Fashion Designing Career in Hindi?)

शिक्षा और प्रशिक्षण विकल्प (Education and training options)

फैशन डिजाइन डिग्री कोर्सेस courses

  • BSc in Fashion Designing 
  • Bachelor of Designing in Fashion Designing
  • Bachelor of Designing in Fashion Communication 
  • Bachelor of Designing in Textile Designing
  • B.FTech. in Apparel Production
  • B.Des. in Accessory Design
  • B.Des. in Leather Design
  • B.Des. in Knitwear Design
  • B.FTech. in Apparel Production
  • Bachelor of Designing in Jewellery Designing
  • B.Voc in Fashion Designing 

विशिष्ट पाठ्यक्रम और सर्टीफिकेशन्स ( Specialized courses and certifications )

  • Certificate in Creative Fashion Styling
  • Certificate in User Experience and Interface In Fashion & Textiles
  • Certificate in Design in Boutique Apparel and Accessory
  • Certificate in Pattern Making for Fashion Industry (PMFI)
  • Certificate in Fashion Retail Management
  • Certificate in Fashion & Clothing Technology
  • Certificate in Luxury Product Design
  • Certificate in Illustration for Fashion Industry (IFI)
  • Certificate in Management of Fashion Business
  • Certificate in Fashion E-Business Management
  • Certificate in Design Development for Indian Ethnic Wear

फैशन डिजाइनिंग संस्था में प्रवेश कैसे प्राप्त करे? (How to Take an Admission to a Fashion Designing Institute in Hindi?)

फैशन डिजाइनिंग संस्था में प्रवेश प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम आपको बारवी 12th की परीक्षा 50% प्रतिशत या उससे अधिक अंको से पास करनी होगी। 12 वी की परीक्षा रेगुलर और अधिकृत बोर्ड से पास करना जरूरी है।  

12 वी के बाद अगर आपको डिप्लोमा या सर्टीफिकेशन्स कोर्सेज में प्रवेश लेना हो तो आप सीधे प्रवेश ले सकते है। और आपको 12 वी के बाद डिग्री कोर्सेज में प्रवेश लेना हो तो आपको पहले Entrance Exams देनी होगी।  जिसके बाद ही डिग्री कोर्सेज में आपका प्रवेश सुनिश्चित हो सकता है।  फैशन डिजाइनिंग डिग्री कोर्सेज के Entrance Exams की सूचि निम्नम प्रकार है।  

  • NIIFT Entrance Exam
  • FDDI AIST Entrance Exam
  • NID Entrance Exam
  • United World Institute of Design Aptitude Test
  • SOD-DAT
  • All India Entrance Test for Design
  • Symbiosis Entrance Exam for Design
  • Pearl Academy Entrance Exam
  • IIAD Entrance Exam
  • MDAT
  • GLS Institute of Design DAT

फैशन डिजाइनिंग के पढाई के लिए आप विदेशो में स्थिस्त संस्थानों में भी प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते है।  कई संसथान आपको स्कॉलरशियस भी प्रदान करती है।  इन संस्ताओ में आवेदन के पूर्व आपको वह लगने वाली आवश्यकता का ध्यान रखना होगा। 

फैशन डिजाइनिंग के कुछ प्रमुख भारतीय कॉलेज Some Important Fashion Designing Institute in India.

फैशन डिजाइनिंग उद्योग में चुनौतियाँ और प्रतिफल (Challenges and Rewards in Fashion Designing Industry in Hindi)

चुनौतियां:

  • परिवर्तनशीलता (Changing Trends): फैशन डिज़ाइनिंग इंडस्ट्री बहुत तेजी से बदलती है, जिससे फैशन  डिज़ाइनरस को नई जानने और अपडेट रहने के लिए समय-समय पर उनकी क्षमताओं को अपग्रेड करना जरूरी होता है।
  • प्रतिस्पर्धा (Competition): फैशन उद्योग अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है और सफल होने के लिए अपनी खुद की पहचान बनाना और विशेषता प्रदर्शित करना आवश्यक है।
  • रचनात्मकता की अवश्यकता: फैशन डिज़ाइनिंग में सफलता के लिए रचनात्मकता(Creativity) और नए और अनोखे आइडियां ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।जिससे लोगो में आपकी एक अलग पहचान बन सके।  
  • ग्राहकों की अपेक्षाएं: फैशन उद्योग में ग्राहकों की पसंदों और अपेक्षाओं को समझना और उन्हें पूरा करना मुश्किल हो सकता है।Choosing clothes rafiki

प्रतिफल:

  • सम्मान और पहचान: अगर आपके डिज़ाइन और कला में दम है, तो आपको उद्योग में सम्मान और पहचान प्राप्त हो सकती है।
  • सृजनशीलता का मौका: फैशन उद्योग में नए और अद्वितीय डिज़ाइन  बनाने का मौका रहता है जो सृजनशीलता को प्रोत्साहित करता है।और आपको आपकी रचना दुनिया के सामने रखने का मौका देता है।  
  • आर्थिक सफलता: यदि आप फैशन उद्योग में सफल हो जाते हैं, तो आपको आर्थिक रूप से भी बड़ा इनाम मिलता है।

अंत में, फैशन डिजाइनिंग उद्योग चुनौतियां और पुरस्कार दोनों प्रस्तुत करता है, जो इसे रचनात्मकता और शैली के जुनून वाले लोगों के लिए एक रोमांचक और गतिशील क्षेत्र बनाता है। इस उद्योग में सफलता के लिए लचीलापन, नवीनता और उपभोक्ता प्राथमिकताओं और बाजार के रुझान की गहरी समझ की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

अगर आपको नयी नयी रचनाये बनाना अच्छा लगता है तो फैशन डिजाइनिंग क्षेत्र आपके लिए एक उत्कृष्ट करियर साबित हो सकता है।  जो आपको अपार सफलता और पहचान दिला सकता है। फैशन डिज़ाइनर को न केवल  देश में बल्कि विदेशो में भी भरी मांग होती है अगर आप में या आपके बच्चो में रचनात्मकता है तो आप फैशन डिजाइनिंग करियर के बारे में जरूर सोच सकते है।यह ब्लॉग हमने आप ही के लिए बनाया है।  इसे उन सभी लोगो से जरूर शेयर कीजिये जो एक नए करियर क्षेत्र की तलाश में है।    

Thank You

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